भारत में शिक्षक बनने की चाह रखने वाले बीएड (बैचलर ऑफ एजुकेशन) और डीएलएड (डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन) के विद्यार्थियों के लिए बहुत बड़ी खबर है। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) ने 25 अक्टूबर 2025 से नए नियम लागू करने का फैसला किया है, जो इस क्षेत्र के छात्रों और प्रशिक्षण संस्थानों के लिए महत्वपूर्ण बदलाव लाएगा। इन नए नियमों का उद्देश्य शिक्षक शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाना और शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी व प्रभावी बनाना है।
बीएड और डीएलएड दोनों शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षक बनने का मार्ग प्रशस्त करते हैं, लेकिन नए नियमों के तहत प्राथमिक विद्यालयों के लिए केवल डीएलएड धारक ही योग्य माने जाएंगे, जबकि माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षण के लिए बीएड आवश्यक होगी। यह कदम शिक्षा क्षेत्र में स्पष्टता लाने व शिक्षक की गुणवत्ता को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है।
बीएड और डीएलएड के लिए नए नियम 2025 – क्या है मुख्य बदलाव?
बीएड और डीएलएड कोर्स के लिए नए नियम 25 अक्टूबर से लागू होंगे। मुख्य बातें इस प्रकार हैं:
- प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षण के लिए अब केवल डीएलएड या डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन धारक ही पात्र होंगे।
- बीएड डिग्री धारक प्राथमिक स्तर पर शिक्षक बनने के योग्य नहीं रहेंगे, उनकी पात्रता माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्तर के लिए सीमित होगी।
- एक समय में केवल एक ही शिक्षक प्रशिक्षण कोर्स करने की अनुमति होगी, यानी बीएड और डीएलएड दोनों एक साथ नहीं कर सकते।
- कोर्स पूरा करने के बाद न्यूनतम 6 महीने की अनिवार्य स्कूल इंटर्नशिप होगी, जिससे व्यावहारिक अनुभव बढ़ेगा।
- सभी शिक्षण संस्थान जो केवल NCTE द्वारा मान्यता प्राप्त होंगे, वहीं कोर्स ऑफर कर सकेंगे।
इन नियमों का उद्देश्य प्राथमिक शिक्षा के स्तर की गुणवत्ता बढ़ाना और शिक्षक चयन प्रक्रिया को अधिक न्यायसंगत बनाना है।
बीएड और डीएलएड के नए नियम का सारांश तालिका में
विशेषता | विवरण |
लागू तिथि | 25 अक्टूबर 2025 से |
प्राथमिक शिक्षक पात्रता | केवल डीएलएड या डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन |
माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता | बीएड डिग्री धारक |
कोर्स ड्यूलिंग | एक समय में एक ही कोर्स |
इंटर्नशिप अनिवार्यता | 6 महीने की अनिवार्य स्कूल इंटर्नशिप |
मान्यता प्राप्त संस्थान | केवल NCTE मान्यता प्राप्त संस्थान |
टीईटी परीक्षा | शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करना आवश्यक |
पुराने उम्मीदवारों के लिए राहत | आवेदन प्रक्रियाधीन आवेदकों के लिए विशेष प्रावधान |
उद्देश्य | शिक्षक गुणवत्ता में सुधार एवं भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी बनाना |
आवेदन प्रक्रिया और पात्रता
नए नियम के तहत बीएड और डीएलएड के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को मान्यता प्राप्त संस्थान से ही प्रशिक्षण लेना होगा। इसके अलावा शिक्षकों के लिए टीईटी (टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट) पास करना अनिवार्य रहेगा। आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन आधारित होगी जिसमें विस्तृत जानकारी भरनी होगी।
पात्रता मुख्य बिंदु:
- डीएलएड: 12वीं कक्षा उत्तीर्ण, न्यूनतम 50% अंक। (आरक्षित वर्ग के लिए 45%)
- बीएड: स्नातक डिग्री धारक।
- आयु सीमा: राज्य के नियमों के अनुरूप।
- टीईटी पास होना आवश्यक।
- एक बार आवेदन करने के बाद व्यक्तिगत डाक्यूमेंट्स का सत्यापन होगा।
उम्मीदवारों के लिए महत्वपूर्ण सुझाव
- आवेदक जल्द से जल्द आवेदन करें क्योंकि प्रक्रिया 25 अक्टूबर से शुरू हो रही है और नियत तिथि के बाद आवेदन स्वीकार नहीं होंगे।
- ध्यान दें कि अब बीएड धारकों के लिए प्राथमिक शिक्षा में शिक्षक बनने का मार्ग बंद हो चुका है।
- केवल डीएलएड धारक ही प्राथमिक स्कूलों में आवेदन कर सकेंगे।
- नए नियमों के तहत 6 महीने की इंटर्नशिप स्कूल में अनिवार्य होगी, इसलिए व्यावहारिक अनुभव पर ध्यान दें।
- शिक्षण संस्थानों का चयन करते समय उनकी NCTE मान्यता की पुष्टि करें।
नए नियमों का शिक्षण क्षेत्र पर प्रभाव
इन नियमों के कारण:
- डीएलएड कोर्स की मांग प्राथमिक शिक्षा के लिए बढ़ेगी।
- बीएड कोर्स में माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा पर अधिक जोर मिलेगा।
- शिक्षकों की गुणवत्ता में सुधार होगा क्योंकि प्रत्येक स्तर के लिए अलग-अलग प्रशिक्षण अनिवार्य होगा।
- भर्ती प्रक्रिया में समान अवसर और पारदर्शिता आएगी जिससे शिक्षक चयन प्रक्रिया बेहतर होगी।
बीएड और डीएलएड के नए नियमों से जुड़ी कई बातें
- नए नियम पहले से दाखिला लेने वाले छात्रों पर नकारात्मक प्रभाव नहीं डालेंगे।
- शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) का पास होना आवश्यक होगा, जो भविष्य में नौकरी का अनिवार्य हिस्सा होगा।
- नए कोर्स संरचना में तकनीकी और व्यावहारिक शिक्षण पर ज़ोर बढ़ेगा।
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के अनुरूप यह बदलाव किए गए हैं।
अंत में
बीएड और डीएलएड करने वाले विद्यार्थियों के लिए 25 अक्टूबर 2025 से लागू होने वाले नए नियम शिक्षा क्षेत्र में बड़े बदलाव लाएंगे। ये नियम शिक्षक प्रशिक्षण और भर्ती प्रक्रिया को और अधिक गुणवत्ता पूर्ण व पारदर्शी बनाएंगे। विद्यार्थी और अभिभावक को सलाह है कि वे जल्द आवेदन करें और नियमों के अनुसार अपने कोर्स और करियर की योजना बनाएं।