टीम इंडिया के खिलाड़ियों के लिए गौतम गंभीर ने अपने घर पर एक भव्य डिनर पार्टी आयोजित की। यह आयोजन तब चर्चा में आया जब भारत ने हाल ही में जीत दर्ज की और टीम के प्रदर्शन की चारों ओर तारीफ हो रही थी। गंभीर, जो अब भारतीय क्रिकेट टीम के कोच के रूप में काम कर रहे हैं, ने खिलाड़ियों को एक अनोखी और स्वादिष्ट मेहमाननवाजी दी।
इस पार्टी में करीब 70 तरह के व्यंजन तैयार किए गए, जिनमें उत्तर भारतीय, दक्षिण भारतीय से लेकर कंटिनेंटल और ओरिएंटल डिशेज शामिल थीं। मेन्यू में बिरयानी, पनीर टिक्का, मलाई कोफ्ता, बटर चिकन, फिश करी, दाल मखनी, नान, चाट, और विभिन्न सब्जियों की डिश शामिल थीं। इसके अलावा 10 तरह के मीठे पकवान रखे गए – जैसे रसगुल्ला, गुलाब जामुन, मलाई पिस्ता, फालूदा, जलेबी, और राजस्थानी घेवर।
इस डिनर का माहौल पूरी तरह उत्सव जैसा था। टीम इंडिया के सभी खिलाड़ियों ने गंभीर की मेजबानी की तारीफ की और राजीव शुक्ला जैसे अनुभवी प्रशासक भी इस शाम में शामिल हुए। बताया जा रहा है कि इस आयोजन का मकसद टीम को एक साथ आने का मौका देना और क्रिकेट के तनाव से कुछ समय के लिए दूरी बनाना था।
Team India’s Royal Dinner: Latest News
गौतम गंभीर ने इस डिनर का आयोजन किसी सरकारी योजना या स्पॉन्सरशिप के तहत नहीं किया था। यह पूरी तरह निजी प्रयास था जिससे टीम के सभी सदस्यों को आराम और रिलैक्स करने का अवसर मिल सके। अक्सर लंबे टूर्नामेंट या मैचों के बाद खिलाड़ियों को एक साथ बैठने और बातचीत करने का समय नहीं मिलता। इसलिए गंभीर ने अपने घर पर यह पहल की ताकि सभी एक परिवार की तरह मिल सकें।
राजीव शुक्ला, जो बीसीसीआई के उपाध्यक्ष हैं, ने इस आयोजन को “टीम बंधन का प्रतीक” बताया। उन्होंने कहा कि ऐसे मौके टीम स्पिरिट को मजबूत करते हैं और खिलाड़ियों के बीच बेहतर संवाद बढ़ाते हैं।
डिनर में खिलाड़ियों के साथ कोचिंग स्टाफ और कुछ करीबी सहयोगी भी मौजूद थे। गंभीर ने खुद खाने के मेन्यू के चयन में हिस्सा लिया और मेहमानों का स्वागत किया।
स्वाद और पारंपरिक व्यंजन
इस डिनर को खास बनाने के लिए खाने में भारत के लगभग हर राज्य की झलक देखने को मिली। पंजाबी खाने का स्वाद मसालों से भरपूर था तो दक्षिण भारतीय व्यंजनों में हल्का और खुशबूदार तड़का था।
70 तरह के खाने में शाकाहारी और मांसाहारी दोनों विकल्प रखे गए ताकि हर खिलाड़ी अपनी पसंद का खाना चुन सके। गंभीर ने विशेष रूप से ध्यान दिया कि खिलाड़ियों की फिटनेस और डायट का संतुलन बना रहे, इसलिए कई डिशेज ऑलिव ऑयल और कम मसाले में बनाई गईं।
10 तरह के मीठे पकवानों में पारंपरिक स्वाद को बरकरार रखा गया। मिठाइयाँ घर के पारंपरिक कुक्स द्वारा तैयार की गई थीं और सबने उनका खूब आनंद लिया।
सरकारी योजना से जुड़ा पहलू
कई लोग यह जानना चाहते थे कि क्या यह आयोजन किसी स्कीम या सरकारी आवास कार्यक्रम से जुड़ा है। असल में, ऐसा नहीं है। यह किसी योजना के अंतर्गत नहीं था, बल्कि गौतम गंभीर का व्यक्तिगत आयोजन था।
फिर भी, इस तरह की पहल भारतीय खेल संस्कृति में सकारात्मक बदलाव लाती है। सरकार भी अब इसी तरह के “टीम वेलनेस प्रोग्राम” और “स्पोर्ट्स बॉन्डिंग इवेंट” को बढ़ावा देने पर काम कर रही है ताकि खिलाड़ियों को मानसिक राहत और बेहतर टीम वातावरण मिले। इन योजनाओं के तहत खेल मंत्रालय खिलाड़ियों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर ध्यान देता है, जिसका उद्देश्य टीम की एकजुटता को बढ़ाना है।
गंभीर का यह डिनर उसी सोच की एक झलक माना जा सकता है, भले ही यह सरकारी स्तर पर नहीं, पर प्रेरणादायक कदम है।
निष्कर्ष
गौतम गंभीर के घर आयोजित 5 स्टार डिनर न सिर्फ स्वाद का उत्सव था बल्कि यह भारतीय क्रिकेट टीम के एकजुटता की मिसाल भी बना। इस शाम ने साबित किया कि अच्छे माहौल और मेलजोल से टीम में सकारात्मक ऊर्जा आती है। ऐसे आयोजन से खिलाड़ियों को मानसिक आराम और टीम भावना दोनों मजबूत होते हैं।