आज के समय में हर इंसान अपने निवेश और भविष्य की सुरक्षा के लिए सोने को एक बेहतरीन साधन मानता है। भारतीय बाजार में सोना न सिर्फ पारंपरिक गहनों के रूप में बल्कि निवेश के लिहाज से भी महत्व रखता है। विशेषकर त्योहारों और शादी के सीजन में सोने की मांग में बढ़ोतरी देखने को मिलती है।
लेकिन पिछले कुछ दिनों में सोने के दाम लगातार उछाल दर्ज करने के बाद अब अचानक इसमें गिरावट देखने को मिली है।सोमवार, 8 अक्टूबर 2025 को सोने की कीमत में जबरदस्त गिरावट आई है, जिससे आम लोगों को थोड़ी राहत मिली है। इस गिरावट की वजह वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव, डॉलर की मजबूती, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डिमांड का कम होना आदि मानी जा रही है।
अब लोग सोच रहे हैं कि क्या ये सही समय है सोने में निवेश करने का या कुछ दिन और इंतजार करना चाहिए।
Gold Price Today: Latest Update
8 अक्टूबर बुधवार के दिन भारतीय सर्राफा बाजार में सोने के दाम एकदम औंधे मुंह गिर गए। पिछले हफ्ते जहां सोने के दाम में लगातार बढ़ोतरी हो रही थी, वहीं सोमवार को विश्व बाजार में छाई मंदी का असर सीधा भारतीय बाजारों पर पड़ा। अब 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने की कीमतों में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई है।
आज भारत के अलग-अलग महानगरों में 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने की ताजा कीमतें जानना बेहद जरूरी हो गया है क्योंकि इसी के आधार पर ग्राहक नई खरीदारी या निवेश संबंधित निर्णय ले सकते हैं। 22 कैरेट सोना मुख्यतः ज्वेलरी के लिए इस्तेमाल होता है, जबकि 24 कैरेट सोना सबसे शुद्ध माना जाता है और इसका उपयोग सिक्के और निवेश के तौर पर किया जाता है।
22 कैरेट और 24 कैरेट सोने का ताजा भाव
आज (8 अक्टूबर) 22 कैरेट सोने की कीमत लगभग ₹53,500 प्रति 10 ग्राम के आसपास दर्ज की गई है। पिछले दिन इसकी कीमत ₹54,100 के करीब थी, यानी इसमें ₹600 तक की गिरावट आई है। इसी तरह 24 कैरेट सोने का दाम भी गिरकर ₹58,430 प्रति 10 ग्राम पहुंच गया है, जो कल ₹59,050 था। इसका मतलब है कि निवेशकों और खरीदारों दोनों को आज सोना खरीदने का सही मौका मिल सकता है।
कई अन्य महानगरों में भी इसी तरह गिरावट देखने को मिली है। अगर दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता की बात करें तो वहां भी सोने के भाव में लगभग 500-800 रुपये तक की कमी दर्ज की गई है।
सोने की गिरती कीमत के कारण और असर
सोने की कीमतों में गिरावट का सबसे बड़ा कारण वैश्विक स्तर पर डॉलर की मजबूती और अंतरराष्ट्रीय बाजार में ट्रेड सस्ती होना है। इसके अलावा, अमरीका और चीन के बीच आर्थिक नीतियों में बदलाव, फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में परिवर्तन एवं शेयर बाजार में अनिश्चितता जैसे फैक्टर भी कीमतों को प्रभावित कर रहे हैं।
भारत में त्योहारी सीजन शुरू हो चुका है और अब बहुत से लोग धनतेरस एवं दिवाली के लिए गहनों की खरीदारी की प्लानिंग कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में दाम कम होना आम लोगों के लिए राहत की खबर है। हालांकि, निवेशकों के लिए हमेशा सलाह रहती है कि निवेश से पहले सभी पहलुओं की ठीक से जानकारी जरूर लें।
सोना खरीदने के सरकारी नियम व स्कीम
आजकल सरकार और बैंकों द्वारा स्वर्ण बॉन्ड योजना (Sovereign Gold Bond Scheme) जैसी योजनाएं भी चलाई जा रही हैं। इसमें निवेशक फिजिकल सोना खरीदे बिना ही अपनी रकम को सोने से जोड़ सकते हैं और सुरक्षित निवेश कर सकते हैं। इस स्कीम में बाजार भाव पर सोने की यूनिट खरीदने पर एक निश्चित ब्याज भी मिलता है।
इसके अलावा गोल्ड ETF, डिजिटल गोल्ड एवं ज्वेलरी के रूप में निवेश करने के भी विकल्प मौजूद हैं। भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही स्कीम्स सुरक्षित निवेश, टैक्स बचत और गहनों की असली शुद्धता की गारंटी देती हैं।
कौन सा सोना और कब खरीदें?
अगर सोना सिर्फ गहनों के लिए खरीदना हो तो 22 कैरेट सोना सबसे अच्छा माना जाता है। इससे बेहतर डिज़ाइन और टिकाऊ गहने बन सकते हैं। निवेश के लिहाज से 24 कैरेट सोना लेना समझदारी है, क्योंकि ये सबसे ज्यादा शुद्ध होता है। कीमतों में गिरावट के मौके पर खरीदारी करना फायदेमंद रहता है, लेकिन सलाह है कि बाजार की स्थिति और भविष्य की संभावनाओं को देखकर ही निवेश करें।
निष्कर्ष
8 अक्टूबर को सोने की कीमतों में आई भारी गिरावट ने ग्राहकों को बेहतरीन मौका दिया है। चाहें तो गहनों या निवेश के लिए आज सोने की खरीदारी की जा सकती है। बाजार की चाल और सरकारी स्कीम्स का फायदा उठाकर सोने में सुरक्षित निवेश किया जा सकता है।