आजकल लोगों की ज़िंदगी में लोन लेना एक आम जरूरत बन गई है। खासकर जब घर बनाना हो, पढ़ाई करनी हो या व्यवसाय शुरू करना हो तो बैंक से लोन लेना जरूरी होता है। लेकिन लोन मिलने का सबसे बड़ा रोड़ा होता था CIBIL Score या क्रेडिट स्कोर। CIBIL Score एक तरह का क्रेडिट रेटिंग होता है जो यह बताता है कि किसी व्यक्ति का बैंकिंग हिस्ट्री कैसा है। अगर CIBIL Score अच्छा नहीं होता, तो लोन मिलने में दिक्कत आती थी। लेकिन अब RBI (भारतीय रिजर्व बैंक) ने एक बड़ा ऐलान किया है जिससे लाखों लोगों को राहत मिलेगी।
RBI ने वित्त मंत्रालय के साथ मिलकर एक नया नियम बनाया है जिसमें पहली बार लोन लेने वालों के लिए CIBIL Score को जरूरी नहीं माना जाएगा। इसका मतलब यह है कि अगर आप पहली बार लोन लेने जा रहे हैं और आपका CIBIL Score सही नहीं है या आपके पास क्रेडिट हिस्ट्री नहीं है, तो भी बैंक आपका लोन आवेदन सीधे खारिज नहीं कर सकता।
यह फैसला खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जिनके पास अभी तक कोई क्रेडिट हिस्ट्री नहीं बनी है, जैसे कि नए उधारकर्ता या बेरोजगार लोग जो अपनी पहली बार बैंक से मदद लेना चाहते हैं। यह कदम लोगों की आर्थिक जरूरतों को समझते हुए समय की मांग पर लिया गया है।
RBI’s New Rule 2025
भारतीय रिजर्व बैंक ने जनवरी 2025 से एक नया मास्टर डायरेक्शन जारी किया है, जिसमें यह स्पष्ट किया गया है कि बैंक या कोई भी वित्तीय संस्था ऐसे लोगों के लोन आवेदन को केवल CIBIL Score के आधार पर खारिज नहीं कर सकती, जो पहली बार लोन ले रहे हैं। इसका मतलब है कि अब पहली बार लोन लेने वालो को बगैर क्रेडिट हिस्ट्री के भी लोन मिलेगा। इससे पहले यह नियम था कि क्रेडिट स्कोर ना होने या कम होने पर बैंक लोन देने से मना कर देते थे।
यह नया नियम व्यापार, शिक्षा, घर बनाने या व्यक्तिगत जरूरतों के लिए कई लोगों को तुरंत वित्त उपलब्ध कराने में मदद करेगा। हालांकि, इसका यह मतलब नहीं है कि बैंक बिना जांच-पड़ताल के लोन दे देंगे। बैंक अब भी आवेदनकर्ता की वित्तीय स्थिति, आय, रोजगार और चुकाने की क्षमता की अच्छी तरह जांच करेंगे। लेकिन अब उन्हें केवल CIBIL Score के आधार पर आवेदन अस्वीकार करने का अधिकार नहीं होगा।
सरकार ने यह भी साफ किया है कि CIBIL और अन्य क्रेडिट ब्यूरो बंद नहीं हो रहे हैं और वे RBI की निगरानी में काम करते रहेंगे। नया नियम सिर्फ नए उधारकर्ताओं के लिए लचीलापन देता है, जिससे लोन की प्रक्रिया सरल और किफायती बने।
RBI के अन्य सुधार और लोन प्रक्रिया में बदलाव
इस नए नियम के अलावा, RBI ने क्रेडिट हिस्ट्री और CIBIL Score की पारदर्शिता बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। अब बैंक और वित्तीय संस्थान हर महीने क्रेडिट सूचना कंपनियों को दो बार (15वें और महीने के अंत में) अपने सभी उधारकर्ताओं की जानकारी अपडेट करेंगे। इससे क्रेडिट स्कोर में सुधार या गिरावट जल्दी दिखेगा।
यदि कोई लोन आवेदन अस्वीकृत होता है, तो RBI नियम के अनुसार बैंक को साफ कारण बताना होगा कि क्यों आवेदन खारिज किया गया। इससे उधारकर्ता को अपनी क्रेडिट समस्याओं को समझने और सुधारने का मौका मिलेगा।
इसके अलावा अगर कोई उधारकर्ता भुगतान में देरी कर रहा है, तो बैंक को उसे एडवांस नोटिस देना होगा ताकि वह समस्या को समय रहते ठीक कर सके और उसका CIBIL Score खराब न हो।
RBI ने इस साल लोन-टू-इनकम (LTI) अनुपात को भी 50% तक सीमित किया है, जिसका मतलब है कि आपकी कुल मासिक औसत आय का आधा से ज्यादा EMI (EMI मतलब किस्त) नहीं होनी चाहिए। यह नियम उधार लेकर उनकी वित्तीय स्थिति को स्थिर रखने के लिए है।
यह नया नियम किस तरह मदद करेगा?
पहली बार लोन लेने वाले लाखों लोग अब अपने व्यवसाय, घर या शिक्षा के लिए आवश्यक लोन ले पाएंगे बिना CIBIL Score की चिंता किए। इससे उन लोगों को आर्थिक आज़ादी मिलेगी जो पहले क्रेडिट हिस्ट्री न होने की वजह से पीछे रह जाते थे।
बैंक अब पूरी तस्वीर देखकर फैसला करेंगे न केवल CIBIL Score पर निर्भर रहेंगे। इससे सही और जरूरतमंद लोगों तक किफायती लोन पहुंचेगा। साथ ही, क्रेडिट स्कोर सुधारने के लिए भी आपको इस प्रक्रिया में मदद मिलेगी क्योंकि आपको अस्वीकृति का कारण लिखा जाएगा।
इस नियम से देश का आर्थिक विकास बढ़ेगा क्योंकि ज्यादा से ज्यादा लोग बैंकिंग सिस्टम से जुड़ेंगे और लोन के जरिए उत्पादन या सेवाओं में बढ़ोतरी करेंगे।
लोन लेने के लिए क्या करना होगा?
यदि आप पहली बार लोन लेना चाहते हैं, तो आपको अपनी पहचान और आय के दस्तावेज बैंक में जमा करने होंगे। बैंक आपकी आय, नौकरी या व्यवसाय की स्थिति की जांच करेगा। क्रेडिट स्कोर की बाध्यता खत्म होने से आवेदन प्रक्रिया सरल होगी।
आपको केवल अपना लोन आवेदन भरना होगा और बैंक की आवश्यकताएं पूरी करनी होंगी। आपके पिछले कर्ज़ या क्रेडिट हिस्ट्री नहीं होने की वजह से लोन आवेदन अस्वीकृत नहीं होगा। यदि आपका लोन खारिज होता है तो बैंक आपको कारण भी बताएगा जिससे आप तय कर सकेंगे कि अपनी वित्तीय स्थिति कैसे सुधारें।
निष्कर्ष
RBI का यह नया CIBIL Score नियम पहली बार लोन लेने वाले लोगों के लिए एक खुशखबरी है। इससे वित्तीय सिस्टम में अधिक लोगों की भागीदारी बढ़ेगी और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। अब आप बिना टेंशन के लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं और बैंक को अपना केस पूरा सुनने का मौका मिलेगा। यह कदम भारतीय बैंकिंग व्यवस्था को और अधिक पारदर्शी और जन-हितकारी बनाता है।